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Covaxin Vs Covishield in Hindi
भारत में covid–19 के खिलाफ वैक्सीन के रुप में जंग तेज हो गई है। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए Vaccination की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। सरकार की ओर से अप्रैल महीने से 45साल से ऊपर उम्र वाले लोगों को नि:शुल्क टीकाकरण किया जा रहा है। वही corona का युवाओं में तेजी से बढ़ते संक्रमण को देखते हुए। 1 मई से 18 साल के ऊपर वाले व्यक्तियों को भी नि:शुल्क टीकाकरण किया जा रहा है। टीका लेने के बाद यह हमारे शरीर में कोरोना से लड़ने में Anty Bodys तैयार करेगी। भारत में दो वैक्सीन उपलब्ध है जो WHO द्वारा मान्यता प्राप्त है। अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि दोनों वैक्सीन में से कौन-सी वैक्सीन प्रभावी और सुरक्षित हैं।
तो जी, हाँ आप सही पोस्ट पर हैं। टीकाकरण से पहले कुछ बातो को ध्यान में रखना आवश्यक हैै। तो आइए जानते हैं Covaxin और Covishield में अंतर।
Covaxin Vs Covishield which is better
Covaxin
कोवैक्सीन Hyderabad में स्थित Bhart Biotech International Ltd के साथ मिलकर The Indian Council of Madical Research (ICMR) और The National Institute of Virology (NIV) के द्वारा बनाई गई है।
दरसल कोवैक्सीन को कोरोना वायरस के इनैक्टिवेटेड वायरस से बनाया गया है। अर्थात बीमारी पैदा करने वाले वायरस को निष्क्रिय कर इसे बनाया गया है। जब यह शरीर के अंदर जाता है तो इसे इम्यून सेल्स पहचान लेती है और कोरोना वायरस से लड़ने के लिए Anty Bodys तैयार करती है। हालांकि covaxion का पहला ट्रायल जानवरों पर, दूसरा ट्रायल 800 वॉलंटियर्स पर तथा तीसरा ट्रायल 26 हजार लोगों पर किए जा चुके हैं। यह वैक्सीन 80% प्रभावशाली है। यह पूर्ण रूप से स्वदेशी है।
Covishield
कोविशिल्ड को Oxford और Astrazeneca University ने मिलकर बनाया है। भारत में Serum institute of India (SII) इसका manufacturing and trial पार्टनर है। यह viral vector vaccine के कैटेगरी में आता है।
Covishield चिम्पांजी के एडिनोवायरस और SARS-cov-2 कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन (MRNA) को मोडिफाई कर बनाया गया है ।
यह हमारे शारीर के अंदर जाता है और कोरोना वायरस के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा देता है। यह वैक्सीन इंटरनेशनल ट्रायल में 70% तक असरदार है। कोविशील्ड को इबोला वायरस के खिलाफ लड़ने वाली वैक्सीन के जैसा ही बनाया गया है।
दोनों वैक्सीन कब और कितनी डोज लेनी है
Covaxin और Covishield को 2 से 8 डिग्री के सामान्य तापमान पर स्टोर किया जा सकता है। दोनों वैक्सीन के दो डोज दिए जा रहे हैं। Covaxin के पहले डोज के 4 से 6 सप्ताह बाद दूसरी डोज ले सकते हैं। वहीं covishield के पहले डोज के 6 से 8 सप्ताह बाद दूसरी डोज लेनी है। वैक्सीन के दोनों डोज लेने के पांच से छः हफ्ते बाद हमारा इम्यून सिस्टम काम करना शुरू कर देता है।
Covaxion Vs Covishield side effects
वैक्सीन लगाने के पश्चात इसके side effects सभी व्यक्तियों में नहीं देखा गया है। परंतु , कुछ व्यक्तियों में इसके side effects देखने को मिल रहा है। जिससे घबराने की जरूरत नहीं है। दोनों वैक्सीन के side effects लगभग एक जैसे ही है। जो की बहुत ही कॉमन है।
जैसे– *इंजेक्शन वाले जगह पर दर्द होना।
*बुखार लगना।
* सिरदर्द होना।
* अधिक थकावट महसूस होना।
*मिचली आना
*चक्कर आना
वैक्सीन सभी को लेनी चाहिए मगर पहले डोज के बाद वैक्सीन के कारण कोई एलर्जी हो गई हो तो दूसरी डोज डॉक्टर के सलाह से ही ले।
टीकाकरण को लेकर देश में कई लोगों के मन में अभी भी डर बना हुआ है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि वैक्सीन प्रभावी और सुरक्षित हैं। एक तरफ अपनों को खोने का डर है। ऐसी परिस्थिति में टीकाकरण ही एक अंतिम उपाय है। वैक्सीन प्रत्येक व्यक्ति को लेनी जरूरी है। लेकिन अभी भी प्रश्न आता है कि वैक्सीन लेने के बाद भी Corona हो सकता है या नहीं?
जी हां, हो सकता है। क्योंकि वैक्सीन लेने के बाद भी 10 से 20% चांसेज हो सकता है। क्योंकि कोई भी Vaccine 100% कारगर नहीं है। परंतु इसे लेने के बाद मृत्यु की संभावनाएं अवश्य ही कम हो जाती है। वैक्सीन लेने के बाद इम्यून सिस्टम कोरोना से लड़ने में 80 से 90% कारगर साबित है।
कोरोना हारेगा देश जीतेगा👍
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